तूने पूछा है जुस्तजू क्या है,दिल ही जाने की आरज़ू क्या है - डॉ. कुमार विश्वास


तूने पूछा है जुस्तजू क्या है?
दिल ही जाने की आरज़ू क्या है?
तेरे होने से मेरा होना है,
मैं नहीं जानता कि तू क्या है..!

खुद की आंखों में जो नामी पायी
उसमे डूबा तो ज़िन्दगी पायी ...
दिल जिगर जान रूह देकर भी
तुझको देने में कुछ कमी पायी

एक मुलाक़ात में नही मिलती
बस खयालात में नही मिलती 
ये मोहब्बत ही ऐसी शय है जो
यूंही खैरात में नही मिलती 

- डॉ. कुमार विश्वास

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