Posts

Showing posts with the label तहज़ीब हाफ़ी

सहरा से आने वाली हवाओं में रेत है - तहज़ीब हाफ़ी

ये एक बात समझने में रात हो गई है - तहज़ीब हाफ़ी

बता ऐ अब्र मुसावात क्यूँ नहीं करता - तहज़ीब हाफ़ी

न नींद और न ख़्वाबों से आँख भरनी है - तहज़ीब हाफ़ी

तू ने क्या क़िंदील जला दी शहज़ादी - तहज़ीब हाफी

जब उस की तस्वीर बनाया करता था - तहज़ीब हाफी

चेहरा देखें तेरे होंट और पलकें देखें - तहज़ीब हाफी

कुछ ज़रूरत से कम किया गया है - तहज़ीब हाफी

इस एक डर से ख़्वाब देखता नहीं - तहज़ीब हाफी

इक हवेली हूँ उस का दर भी हूँ - तहज़ीब हाफी

इक तेरा हिज्र दायमी है मुझे - तहज़ीब हाफी

अजीब ख़्वाब था उस के बदन में काई थी वो इक परी जो मुझे सब्ज़ करने आई थी - तहज़ीब हाफ़ी

तेरी कैद से मै युही रिहा नही हो रहा - तहज़ीब हाफ़ी

तेरा चुप रहना मेरे ज़ेहन में क्या बैठ गया - तहज़ीब हाफ़ी