पूज्य अटल जी देख रहे हो - अज्ञात
पूज्य अटल जी देख रहे हो।
नजरे अपनी टेक रहे हो
एक वोट सरकार गिरी थी।
तबियत उनकी हुई हरी थी।
ठट्ठा मार हँसी थी मैडम ।
झण्डा गाड़ हँसी थी मैडम ।
पूरा इटली हर्षित था।
सदन विपक्षी गर्वित था।
कातिल हंसी थी लालू वाली।
देवगौड़ा होठो की लाली।
आज समय है ठेल रहा।
खेल अनोखा खेल रहा।
पस्त हैं आज विरोधी जी।
मोल चुकाते मोदी जी
भगवामय भारत वन्दन है।
अटल आपका अभिनन्दन है।
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अज्ञात
supar ji
ReplyDeleteWha atyant sundar kavi ta aalochko ke muh par tamacha
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