किसी राह में किसी मोड़ पर - आनंद बक्षी / लता मंगेेेेशकर, मुकेश / मेरे हमसफर (1970)

किसी राह में किसी मोड़ पर (२)
कहीं चल ना देना तू छोड़ कर
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र (२)

किसी हाल में किसी बात पर
कहीं चल ना देना तू छोड़कर
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र (२)

मेरा दिल कहे कहीं ये ना हो (२)
नहीं ये ना हो नहीं ये ना हो
किसी रोज़ तुझ से बिछड़ के मै
तुझे ढूँढती फिरू दरबदर
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र (२)

तेरा रंग साया बहार का (२)
तेरा रूप आईना प्यार का

तुझे आ नज़र में छुपा लूँ मै
तुझे लग ना जाये कहीं नज़र
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र (२)

तेरा साथ है तो है ज़िंदगी (२)
तेरा प्यार है तो है रोशनी (२)
कहाँ दिन ये ढल जाये क्या पता
कहाँ रात हो जाये क्या ख़बर
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र (२)

किसी राह में किसी मोड़ पर
कहीं चल ना देना तू छोड़ कर
मेरे हमसफ़र मेरे हमसफ़र (२)

--------------------------------

लेखक : आनंद बक्षी
गायक : लता मंगेेेेशकर, मुकेश
फिल्‍म : मेरे हमसफर (1970)



Comments